मुंबई, 6 अगस्त (आईएएनएस)। दिल्ली-एनसीआर में लग्जरी घरों की बिक्री 2025 की पहली छमाही में पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 9 प्रतिशत बढ़ी है। यह जानकारी बुधवार को आई एक रिपोर्ट में दी गई।
ग्लोबल प्रोफेशनल सर्विसेज फर्म जेएलएल द्वारा संकलित आंकड़ों के अनुसार, इस वर्ष जनवरी से जून के बीच 5 करोड़ रुपए और उससे अधिक कीमत वाले 5,168 लग्जरी घर बेचे गए, जबकि 2024 की पहली छमाही में इन घरों की संख्या 4,763 थी।
भारत के शीर्ष सात शहरों में अब लग्जरी घरों की कुल बिक्री में दिल्ली-एनसीआर की हिस्सेदारी 65 प्रतिशत है।
क्षेत्र की कुल बिक्री में लग्जरी घरों की हिस्सेदारी भी महत्वपूर्ण रूप से बढ़ी है, जो कि 2023 की पहली छमाही में 12 प्रतिशत से बढ़कर 2024 की पहली छमाही में 19 प्रतिशत और अब 2025 की पहली छमाही में 27 प्रतिशत हो गई है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि यह उछाल बढ़ती आय, प्रीमियम सुविधाओं के प्रति बढ़ती रुचि और खरीदारों के बीच एक महत्वाकांक्षी जीवनशैली के कारण देखा गया।
एनसीआर में सभी लग्जरी घरों की बिक्री में 91 प्रतिशत का योगदान देकर गुरुग्राम स्पष्ट रूप से अग्रणी बनकर उभरा है।
सदर्न पेरिफेरल रोड (एसपीआर) और द्वारका एक्सप्रेसवे प्रमुख आकर्षण के केंद्र बन गए हैं, जिनकी गुरुग्राम की लग्जरी बिक्री में कुल 61 प्रतिशत हिस्सेदारी है।
ऐसे लेनदेन में अकेले एसपीआर का योगदान 39 प्रतिशत रहा।
द्वारका एक्सप्रेसवे के हाल ही में पूरा होने से इन दोनों कॉरिडोर में मांग बढ़ी है, जिससे संपत्ति की कीमतें बढ़ी हैं और खरीदार अल्ट्रा-प्रीमियम परियोजनाओं की ओर आकर्षित हुए हैं।
जेएलएल के वरिष्ठ प्रबंध निदेशक (उत्तर एवं पूर्व भारत), मनीष अग्रवाल ने कहा, "गुरुग्राम ने भारत में लग्जरी रियल एस्टेट के केंद्र के रूप में अपनी स्थिति मजबूती से स्थापित कर ली है। दिल्ली-एनसीआर में लग्जरी आवासीय बिक्री लेनदेन में इसका योगदान 91 प्रतिशत है और इस क्षेत्र को देश भर में लग्जरी बिक्री का 65 प्रतिशत हिस्सा हासिल करने में मदद मिली है।"
2020 से, दिल्ली-एनसीआर में लगभग 22,000 लग्जरी यूनिट लॉन्च की गई हैं, जिनमें से 89 प्रतिशत गुरुग्राम में हैं।
गोल्फ कोर्स रोड जैसे स्थापित प्रीमियम स्थानों में भी लगातार रुचि देखी गई है, हालांकि वहां मौजूद यूनिट्स की संख्या सीमित है।
विशेषज्ञों का मानना है कि आगामी गुरुग्राम मेट्रो लाइन जैसे इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स उभरते हुए लग्जरी केंद्रों के आकर्षण को और बढ़ाएंगे।
--आईएएनएस
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