तेलंगाना आर्थिक परिवर्तन के लिए तीन-जोन मॉडल अपनाने वाला देश का पहला राज्य बनेगा: मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी

हैदराबाद, 8 दिसंबर (आईएएनएस)। मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने सोमवार को घोषणा की कि तेलंगाना आर्थिक परिवर्तन के लिए तीन-जोन मॉडल अपनाने वाला देश का पहला राज्य बनेगा। उन्होंने यह घोषणा आगामी भारत फ्यूचर सिटी में आयोजित तेलंगाना राइजिंग ग्लोबल समिट के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए की।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य का लक्ष्य वर्ष 2034 तक 1 ट्रिलियन डॉलर और 2047 तक 3 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनना है। इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए तेलंगाना सीयूआरई (कोर अर्बन रीजन इकोनॉमी) के माध्यम से सेवाओं के क्षेत्र को बढ़ावा देगा, पीयूआरई (पैरी-अर्बन रीजन इकोनॉमी) के तहत मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर को मजबूती देगा और आरएआरई (रूरल एंड एग्री रीजन इकोनॉमी) के जरिए कृषि-आधारित विकास को आगे बढ़ाएगा।

उन्होंने व्यापार जगत, कॉर्पोरेट सेक्टर, सार्वजनिक नीति, कूटनीति, सरकार और अकादमिक क्षेत्र से आए प्रतिनिधियों का दो दिवसीय समिट में स्वागत किया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि मात्र 2.9 प्रतिशत आबादी के बावजूद तेलंगाना देश के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में करीब 5 प्रतिशत का योगदान देता है। उन्होंने 2047 तक तेलंगाना का भारत की अर्थव्यवस्था में 10 प्रतिशत योगदान का संकल्प दोहराया।

रेवंत रेड्डी ने चीन के ग्वांगडोंग प्रांत का उदाहरण देते हुए कहा कि उसने दो दशकों में अप्रत्याशित आर्थिक विकास किया और चीन की शीर्ष आर्थिक शक्ति बनकर उभरा। उन्होंने कहा कि तेलंगाना भी वैश्विक सर्वश्रेष्ठ मॉडलों को अपनाते हुए चीन, जापान, जर्मनी, दक्षिण कोरिया और सिंगापुर जैसी सफल अर्थव्यवस्थाओं के साथ प्रतिस्पर्धा करने और सहयोग व निवेश को आकर्षित करने के लिए तैयार है।

उन्होंने कहा कि राज्य के भविष्य के रोडमैप को परामर्श और सामूहिक बुद्धिमत्ता की भावना पर आधारित रखा गया है, ठीक उसी तरह जैसे भारत के संविधान का निर्माण हुआ था। उन्होंने याद दिलाया कि अलग तेलंगाना राज्य का सपना 2014 में सोनिया गांधी और तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के नेतृत्व में साकार हुआ था।

मुख्यमंत्री रेड्डी ने कहा, “तेलंगाना देश का सबसे युवा राज्य है और हमारा लक्ष्य इसे भारत का सबसे विकसित राज्य तथा वैश्विक स्तर पर प्रमुख राज्यों में शामिल करना है।” उन्होंने बताया कि तेलंगाना राइजिंग 2047 दृष्टि दस्तावेज़ तैयार करने के लिए नागरिकों, प्रशासनिक अधिकारियों, केंद्र सरकार के विशेषज्ञों, इंडियन स्कूल ऑफ बिजनेस और नीति आयोग से व्यापक परामर्श किया गया।

उन्होंने कहा कि अगले दो दिनों में मिले विचारों, सुझावों और अनुभवों को राज्य के विकास की दिशा में सम्मिलित किया जाएगा।

रेवंत रेड्डी ने कहा, “अगर कुछ कठिन है, तो उसे तुरंत करें। यदि आप सोचते हैं कि कुछ असंभव है, तो हम उसे पूरा करने के लिए भी समय सीमा बढ़ा देंगे।”

उन्होंने अंत में कहा, “कल यह केवल एक सपना और योजना थी, लेकिन आज आप सभी के साथ यह भागीदारी और संकल्प बन गया है। तेलंगाना राइजिंग अजेय है। आइए, इस विकास यात्रा में शामिल हों।”

--आईएएनएस

डीएससी

Related posts

Loading...

More from author

Loading...