स्पेस स्टेशन के लिए उड़ान भरने पर भारत में ऑस्ट्रेलियाई उच्चायुक्त ने शुभांशु शुक्ला को दी बधाई

नई दिल्ली, 25 जून (आईएएनएस)। भारत में ऑस्ट्रेलियाई उच्चायुक्त फिलिप ग्रीन ओएएम ने बुधवार को एक्सिओम-4 मिशन के तहत तीन अन्य अंतरिक्ष यात्रियों के साथ इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन के लिए उड़ान भरने के लिए ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला को बधाई दी।

राष्ट्रीय राजधानी में इंडिया स्पेस कांग्रेस 2025 में समाचार एजेंसी आईएएनएस से बातचीत करते हुए फिलिप ग्रीन ओएएम ने कहा, "यहां ऑस्ट्रेलिया का प्रतिनिधित्व करते हुए मुझे काफी खुशी हो रही है। मेरे अलावा, इंडिया स्पेस कांग्रेस में साउथ ऑस्ट्रेलिया के गवर्नर और ऑस्ट्रेलिया के छह राज्यों में से तीन के प्रतिनिधि यहां पर है।"

उन्होंने आगे कहा, "ऑस्ट्रेलिया भारत के स्पेस इकोसिस्टम को बहुत बड़े अवसर के रूप में देखता है, जो ऑस्ट्रेलिया के लिए मजबूत पूरक क्षमताओं से युक्त है। ऑस्ट्रेलिया एक बहुत बड़ा देश है, जिसकी आबादी बहुत कम है और भूमि बहुत बड़ी है, आसमान काला है, ट्रैकिंग की बेहतरीन क्षमताएं हैं और लॉन्च साइट्स बहुत बड़ी हैं। हमारी ट्रैकिंग क्षमताओं ने ही चंद्रमा के दक्षिणी हिस्से में गगनयान अंतरिक्ष कैप्सूल के पहले संकेतों को पकड़ा था।"

ऑस्ट्रेलियाई उच्चायुक्त ने शुभांशु शुक्ला को बधाई देते हुए कहा कि भारत स्पेस इकोसिस्टम में एक खिलाड़ी के रूप में उभर रहा है और हम आज के प्रक्षेपण के परिणामों की बड़ी उत्सुकता से प्रतीक्षा कर रहे हैं।

सेटकॉम इंडिया के प्रेसिडेंट सुब्बा राव पवुलुरी ने समाचार एजेंसी से बात करते कहा कि इंडिया स्पेस कांग्रेस 2025 का उद्देश्य विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञों को एक मंच पर एकत्रित करके सुधारों के तहत भारत औद्योगिक उद्यमियों को प्रक्षेपण यान, उपग्रह तथा विभिन्न परिचालन क्षेत्रों के संदर्भ में अंतरिक्ष क्षेत्र में अपना सर्वश्रेष्ठ कार्य करने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए क्या किया सकता है, इस पर विचार करना है।

भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला ने स्पेस स्टेशन के लिए उड़ान भरने के बाद देश के नाम संदेश भेजा है। उन्होंने अपने सफर की जानकारी दी है और देशवासियों से अपील की।

स्पेसक्राफ्ट से भेजे गए अपने संदेश में शुभांशु शुक्ला ने कहा, "नमस्कार, मेरे प्यारे देशवासियों! क्या सफर है? 41 साल बाद हम वापस अंतरिक्ष में पहुंच गए हैं और कमाल की राइड थी। इस समय हम 7.5 किलोमीटर प्रति सेकेंड की रफ्तार से पृथ्वी के चारों तरफ घूम रहे हैं। मेरे कंधे पर मेरे साथ मेरा तिरंगा है, जो मुझे बता रहा है कि मैं अकेला नहीं हूं, मैं आप सबके साथ हूं।"

--आईएएनएस

एबीएस/

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