रेलवे की दैनिक ट्रेन सेवाओं की औसत संख्या बढ़कर 11,740 हुई : अश्विनी वैष्णव

नई दिल्ली, 10 दिसंबर (आईएएनएस)। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि भारतीय रेलवे नेटवर्क पर प्रतिदिन औसतन 11,740 ट्रेनें (नवंबर 2025) चलती हैं, जिनकी संख्या कोविड-19 से पहले यह संख्या 11,283 थी। साथ ही, रेलवे प्रतिदिन औसतन 2,238 मेल/एक्सप्रेस ट्रेनें (नवंबर 2025) चलाता है, जबकि कोविड-19 से पहले यह संख्या 1,768 थी।

लोकसभा में एक सवाल के लिखित उत्तर में केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भारतीय रेलवे ने आईआईटी-मुंबई की मदद से समय सारिणी का युक्तिकरण भी वैज्ञानिक तरीके से किया, जिसमें ट्रेन सेवाओं और ठहरावों का समायोजन भी शामिल था। यह प्रक्रिया मुख्य रूप से यात्रियों की सुरक्षा के लिए रखरखाव कॉरिडोर ब्लॉक बनाने, ट्रेन सेवाओं की गति बढ़ाने और समय की पाबंदी में सुधार करने के लिए की गई थी।

नवंबर 2021 से, एक्सप्रेस ट्रेनें युक्तिसंगत समय सारिणी और नियमित संख्या के अनुसार चलाई जा रही हैं।

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि वर्तमान में, भारतीय रेलवे नेटवर्क पर चेयर कार वाली 164 वंदे भारत ट्रेनें चल रही हैं। इसके अलावा, वंदे भारत एक्सप्रेस और इसके वेरिएंट सहित नई ट्रेनों की शुरुआत भारतीय रेलवे में एक सतत् प्रक्रिया है, जो कई कारकों पर निर्भर करती है, जिनमें उस खंड की क्षमता, मार्ग की उपलब्धता, जरुरी रोलिंग स्टॉक की उपलब्धता, रोलिंग स्टॉक के लिए उपयुक्त बुनियादी ढांचे की उपलब्धता, रेलवे ट्रैक और अन्य संपत्तियों के रखरखाव की जरुरत शामिल हैं।

वैष्णव ने आगे बताया कि लंबी और मध्यम दूरी की रात्रिकालीन यात्रा को सुविधाजनक बनाने के लिए, वंदे भारत ट्रेन के स्लीपर संस्करण को स्वदेशी रूप से डिजाइन किया गया है। ऐसे दो रैक निर्मित किए जा चुके हैं और परीक्षण/चालू करने की प्रक्रिया में हैं।

इससे पहले रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बुधवार को लोकसभा में हरिद्वार के सांसद त्रिवेंद्र सिंह रावत द्वारा तीर्थयात्रियों के लिए रेल सेवाओं से संबंधित पूछे गए प्रश्न का उत्तर दिया था। उन्होंने बताया कि भारतीय रेलवे उत्तराखंड के प्रमुख धार्मिक शहरों हरिद्वार और देहरादून को देश के महत्वपूर्ण शहरों से व्यापक रेल नेटवर्क के माध्यम से जोड़ता है।

रेल मंत्री ने बताया कि वर्तमान में हरिद्वार स्टेशन से 88 और देहरादून स्टेशन से 36 रेलगाड़ियां संचालित हो रही हैं। देहरादून/हरिद्वार से वारणसी, गया, पुरी, पटना और कोलकाता जैसे प्रमुख शहरों के लिए कई ट्रेन जोड़े (पेयर) उपलब्ध हैं।

उन्होंने कहा कि रेलवे नेटवर्क कई राज्यों में फैला है और ट्रेनों का संचालन नेटवर्क की आवश्यकता के अनुसार राज्य सीमाओं के पार भी किया जाता है। यात्रियों की मांग, परिचालनिक स्थिति और त्यौहारों, छुट्टियों एवं धार्मिक आयोजनों के दौरान बढ़ती भीड़ को देखते हुए भारतीय रेलवे विशेष ट्रेनें भी चलाता है।

--आईएएनएस

एबीएस/

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