नई दिल्ली: 11वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर शनिवार को केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि भगवान बुद्ध की जीवन साधना और शिक्षाओं को दर्शाती कान्हेरी में ध्यान व योग करते हुए यह अनुभूति हुई कि आंतरिक शांति ही सच्ची प्रगति का मूल है।
केंद्रीय मंत्री गोयल ने योग दिवस के अवसर पर संजय गांधी नेशनल पार्क स्थित ऐतिहासिक कान्हेरी गुफाओं में अपने परिवारजनों के साथ योगाभ्यास किया।
उन्होंने कहा, "भारत योग के प्रति वैश्विक जागरूकता फैलाने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।"
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में उन्होंने कहा, "भारत जो पहल करता है, वही भविष्य है। पिछले 1 दशक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के योग को प्रसारित करने के संकल्प ने दुनिया में नई स्वास्थ्य क्रांति की शुरुआत की है, जो ऐतिहासिक उपलब्धि है।
योग के प्रति जागरुकता फैलाते हुए उन्होंने कहा, "आज दुनिया के कोने-कोने में योग को अपनाया जा रहा है। हमें योग के प्रति जागरुकता को फैलाने और हर व्यक्ति को प्रोत्साहित करने की जरूरत है।"
पीएम नरेंद्र मोदी की पहल पर 11 दिसंबर, 2014 को संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मनाए जाने की घोषणा की थी। इस वर्ष अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की थीम 'एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य के लिए योग' रखी गई है।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के कार्यालय ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, "यह थीम मानव और स्वास्थ्य के बीच संबंध को उजागर करती है और सामूहिक कल्याण की वैश्विक दृष्टि को प्रतिध्वनित करता है, जो भारत के 'सर्वे संतु निरामया' (सभी रोग मुक्त हों) के दर्शन में निहित है।"
इस बीच, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम से योग दिवस मनाने को लेकर राष्ट्र का नेतृत्व किया। मंच से पीएम मोदी ने योग की बढ़ती महत्ता को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि यह आयोजन न केवल देश में, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी चर्चा का विषय बन गया है।