प्रॉफिट बुकिंग के बीच निफ्टी और सेंसेक्स की 4 हफ्ते की बढ़त का टूटा सिलसिला

मुंबई, 1 नवंबर (आईएएनएस)। भारतीय बेंचमार्क सूचकांक प्रॉफिट-बुकिंग और मिले-जुले ग्लोबल संकेतों के बीच इस हफ्ते मामूली गिरावट के साथ बंद हुए। इस गिरावट के साथ ही सूचकांकों की चार हफ्ते की लगातार बढ़त का सिलसिला भी टूट गया।

सेंसेक्स और निफ्टी कारोबारी हफ्ते के आखिरी दिन शुक्रवार को लाल निशान में बंद हुए। सेंसेक्स 465.75 अंक या 0.55 प्रतिशत की गिरावट के बाद 83,938.71 स्तर पर बंद हुआ। वहीं, निफ्टी 155.75 अंक 0.60 प्रतिशत की गिरावट के बाद 25,722.10 स्तर पर बंद हुआ।

रेलिगेयर ब्रोकिंग लिमिटेड के रिसर्च के एसवीपी, अजीत मिश्रा ने कहा, "मजबूत मैन्युफैक्चरिंग एक्टिविटी के कारण सितंबर 2025 में भारत का इंडस्ट्रियल आउटपुट सालाना आधार पर 4 प्रतिशत बढ़ा। अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने ब्याज दरों में हालिया 25 बेसिस पॉइंट कटौती के साथ संकेत दिया कि यह 2025 की आखिरी ब्याज दर कटौती हो सकती है। इसी के साथ अगली बैठक में फेड के ब्याज दरों में रेट कट की उम्मीद कहीं न कहीं खत्म हो गई।"

उन्होंने आगे कहा कि स्थिर कॉर्पोरेट अर्निंग और अक्टूबर के दौरान एफआईआई के लगातार निवेश से गिरावट को रोकने में मदद मिली।

मेटल, एनर्जी और रियल्टी स्टॉक ने रैली को बढ़ाने में अपना महत्वपूर्ण योगदान दर्ज करवाया, जबकि ऑटो, फार्मा और आईटी स्टॉक में प्रॉफिट-टेकिंग देखी गई।

जियोजित इन्वेस्टमेंट्स लिमिटेड के रिसर्च हेड, विनोद नायर ने कहा, "जहां एक ओर पीएसयू बैंक शेयर विदेशी निवेश की सीमा में संभावित बढ़ोतरी की खबरों के बीच बढ़त में रहे, वहीं, अमेरिका-चीन व्यापार वार्ता में प्रगति के संकेतों और चीन के स्टील की ओवरकैपेसिटी को कम करने के वादे से मेटल शेयर चढ़ गए।"

मार्केट एक्सपर्ट्स ने कहा कि निफ्टी को अभी 25,600 और 25,400 के ज़ोन के पास सपोर्ट मिल रहा है, जबकि रेजिस्टेंस 26,100 के आसपास दिख रहा है।

इसके अलावा, इंवेस्टर्स की नजर भारत अमेरिका के बीच होने वाली ट्रेड डील और डेवलप्ड मार्केट ट्रेंड पर रहने वाली है। वहीं, कई बड़ी कंपनियां अपने तिमाही नतीजे भी घोषित करेंगी।

--आईएएनएस

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