मुंबई, 19 अक्टूबर (आईएएनएस)। भारतीय शेयर बाजार के लिए अगला हफ्ता काफी अहम रहने वाला है। तिमाही नतीजे, अमेरिकी टैरिफ, ट्रेड डील और एफआआई डेटा से बाजार की चाल तय होगी।
अमेरिका की ओर से चीन पर टैरिफ और भारत एवं यूएस के बीच ट्रेड डील पर कोई भी अपटेड बाजार को प्रभावित करेगा।
केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने हाल ही में कहा था कि प्रस्तावित भारत-अमेरिका द्विपक्षीय व्यापार समझौते के लिए बातचीत काफी अच्छे माहौल में तेजी से आगे बढ़ रही है।
वर्तमान में भारतीय शेयर बाजार ऑल-टाइम हाई पर है और ऐसे में अगर दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय व्यापार समझौते का ऐलान होता है, तो बाजार में नई तेजी देखने को मिल सकती है।
अगले हफ्ते एचयूएल, एसबीआई लाइफ, डॉ. रेड्डी, एसबीआई कार्ड और अन्य कई कंपनियों की ओर से जुलाई-सितंबर तिमाही के नतीजे जारी किए गए हैं। अब तक दूसरी तिमाही के नतीजे उम्मीदों के मुताबिक रहे हैं।
विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक (एफपीआई), इस महीने अब तक शेयर बाजार में शुद्ध खरीदार रहे हैं। एफपीआई ने अक्टूबर में अब तक शेयर बाजार में इक्विटी में 6,480 करोड़ रुपए निवेश किए हैं। इससे पहले एफपीआई बीते तीन महीनों में लगातार शुद्ध विक्रेता बने हुए थे।
बीता हफ्ता भारतीय शेयर बाजार के लिए काफी अच्छा रहा। निफ्टी 424 अंक या 1.68 प्रतिशत की तेजी के साथ 25,709.85 और सेंसेक्स 1,451.37 अंक या 1.76 प्रतिशत की मजबूती के साथ 83,952.19 पर था।
सेक्टोरल आधार पर निफ्टी रियल्टी 4.14 प्रतिशत की तेजी के साथ टॉप गेनर था। इसके अलावा निफ्टी ऑटो 1.90 प्रतिशत, निफ्टी फाइनेंशियल सर्विसेज 2.59 प्रतिशत, निफ्टी एफएमसीजी 3.00 प्रतिशत, निफ्टी इन्फ्रा 1.70 प्रतिशत और निफ्टी कंजप्शन 2.73 प्रतिशत की तेजी के साथ बंद हुआ।
13-17 अक्टूबर के कारोबारी सत्र में मिडकैप और स्मॉलकैप का प्रदर्शन मिलाजुला रहा। निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स 204.85 अंक या 0.35 प्रतिशत की मजबूती के साथ 58,902.25 और निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स 10.95 अंक की कमजोरी के साथ 18,122.40 पर था।
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