नई दिल्ली, 12 सितंबर (आईएएनएस)। भारत की प्रमुख कार विक्रेता कंपनियों मारुति सुजुकी और हुंडई मोटर इंडिया का कहना है कि त्योहारी मांग के बीच वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) सुधारों के तहत वाहनों की कीमतों में 3.5-13 प्रतिशत की कमी आने से ऑटोमोबाइल बिक्री में फिर से उछाल आने की उम्मीद है।
देश की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया ने अनुमान लगाया है कि कारों की कीमत कम होने से वित्त वर्ष 27 तक यह क्षेत्र 7 प्रतिशत की दीर्घकालिक वृद्धि दर पर लौट आएगा।
राष्ट्रीय राजधानी में सियाम के एक कार्यक्रम में, मारुति सुजुकी के वरिष्ठ कार्यकारी अधिकारी (मार्केटिंग एंड सेल्स) पार्थो बनर्जी ने कहा कि 15 अगस्त को जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जीएसटी रेट्स को रेशनलाइज बनाने का संकेत दिया था, तब से इंक्वायरी 15 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई है।
बनर्जी ने कहा कि जीएसटी रेट्स में कटौती के परिणामस्वरूप छोटी कारों से लेकर बड़ी कारों तक, उनकी सभी कारों की कीमतों में 3.5 से 8.5 प्रतिशत की कमी आई है।
उन्होंने कहा, "भारत में कारों की पहुंच प्रति 1,000 लोगों पर 34 कारों की है, जबकि विकसित देशों में यह संख्या प्रति हजार लोगों पर 700-800 कारों की है। अगर यह पहुंच प्रति 1,000 लोगों पर 44 तक भी पहुंच जाती है तो विकास की अपार संभावनाएं हैं।"
इसके अलावा, 12 लाख रुपए तक की आय वाले व्यक्तियों के लिए आयकर में छूट और रेपो दर में कटौती का लाभ लोगों तक पहुंचने से खर्च करने योग्य आय बढ़ सकती है और ईएमआई कम हो सकती है।
इस बीच, हुंडई मोटर इंडिया को उम्मीद है कि जीएसटी सुधारों के बाद उसके छोटे एसयूवी सेगमेंट में सबसे ज्यादा वृद्धि होगी।
हुंडई मोटर इंडिया के मुख्य परिचालन अधिकारी तरुण गर्ग ने कहा कि छोटी कारों की कीमतों में 11-13 प्रतिशत और बड़े मॉडलों की कीमतों में 3-10 प्रतिशत की कमी होगी।
कंपनी ने घोषणा की है कि एक्सटर की कीमत 89,209 रुपए तक, वेन्यू की कीमत 1.23 लाख रुपए तक और क्रेटा की कीमत 72,145 रुपए तक कम की जाएगी। इसी के साथ, नई कीमतें 22 सितंबर से लागू होंगी।
नए स्ट्रक्चर के तहत क्षतिपूर्ति उपकर को पूरी तरह से खत्म कर दिया है, जिससे इंटरनल कंबशन कारों के लिए दो जीएसटी स्लैब स्थापित हो चुके हैं, जिसमें छोटे मॉडल के लिए जीएसटी रेट 18 प्रतिशत और बड़ी और लग्जरी गाड़ियों के लिए जीएसटी रेट को 40 प्रतिशत तय किया गया है।
--आईएएनएस
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