ईरान-इजरायल युद्ध का भारतीय बाजार पर असर, सावन में महंगा हुआ सेंधा नमक और ड्राई फ्रूट्स

प्रयागराज, 28 जून (आईएएनएस)। पश्चिम एशिया में छिड़े ईरान-इजरायल युद्ध का असर अब भारती के थोक बाजारों पर भी नजर आने लगा है। सावन मास की शुरुआत से पहले प्रयागराज के बाजारों में व्रत में उपयोग किए जाने वाले सेंधा नमक और ड्राई फ्रूट्स की कीमतों में जबरदस्त उछाल देखा जा रहा है। बीते 15 दिनों में इन उत्पादों के दाम 20 से 25 प्रतिशत तक बढ़ गए हैं।

सावन का महीना हिन्दू धर्म में व्रत और पूजा-पाठ के लिए विशेष महत्व रखता है। इस दौरान श्रद्धालु सेंधा नमक और सूखे मेवों का विशेष रूप से सेवन करते हैं, लेकिन अब इनकी आसमान छूती कीमतों ने आम लोगों की चिंता बढ़ा दी है।

प्रयागराज के थोक व्यापारियों के अनुसार, सेंधा नमक और ड्राई फ्रूट्स मुख्य रूप से ईरान, इराक और खाड़ी देशों से भारत में आयात होते हैं। ईरान-इजरायल युद्ध और क्षेत्रीय अस्थिरता के कारण इन देशों से माल की आपूर्ति बाधित हुई है, जिससे बाजार में उपलब्धता घट गई और कीमतें बढ़ गईं।

व्यापारियों की मानें तो काजू, बादाम, पिस्ता, खजूर, केसर जैसे उत्पादों की कीमतों में खासा उछाल आया है। वहीं, सेंधा नमक जो व्रत के दौरान नमक का प्रमुख विकल्प होता है, वह भी महंगा हो गया है।

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान से आने वाले उत्पादों के विरोध ने भी स्थिति को और बिगाड़ा है। प्रयागराज के व्यापारियों ने बताया कि पाकिस्तान से माल लेना बंद होने के बाद अधिकतर सामान ईरान और खाड़ी देशों से मंगवाया जाता है, लेकिन युद्ध के चलते वहां से भी आपूर्ति प्रभावित हुई है।

प्रयागराज के एक थोक व्यापारी का कहना है, “ड्राई फ्रूट्स और सेंधा नमक की कीमतें रोज बदल रही हैं। सप्लाई कम है, लेकिन सावन में मांग कई गुना बढ़ जाती है। ऐसे में कीमतें बढ़ना तय है।”

वहीं, एक ग्राहक ने शिकायत करते हुए कहा, “हर साल सावन में सेंधा नमक और बादाम आदि लेते थे, लेकिन इस बार दाम सुनकर हाथ पीछे खींचने पड़ रहे हैं। एक किलो सेंधा नमक जो पहले 50 रुपए में मिलता था, अब 70-80 रुपए में मिल रहा है। ड्राई फ्रूट्स के तो और भी बुरे हाल हैं।”

कुछ व्यापारियों ने केंद्र सरकार से हस्तक्षेप की उम्मीद जताई है। एक व्यापारी ने कहा, “हमें भरोसा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हालात पर काबू पा लेंगे। उनका नेतृत्व मजबूत है, और वे बाज़ार को स्थिर कर सकते हैं।”

--आईएएनएस

डीएससी/पीएसके

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