
नई दिल्ली, 31 अक्टूबर (आईएएनएस) । केंद्रीय नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री प्रह्लाद जोशी ने शुक्रवार को पीएम मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व में नॉर्थ ईस्ट को ऊर्जा-लक्ष्मी का स्वरूप बताया।
केंद्रीय मंत्री जोशी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में जानकारी देते हुए बताया कि वे गुवाहाटी में रिन्यूएबल एनर्जी पर रीजनल वर्कशॉप में शामिल हुए और कार्यक्रम में अपना भाषण दिया।
कार्यक्रम में अपने संबोधन में केंद्रीय मंत्री जोशी ने कहा कि क्लीन एनर्जी के प्रति भारत की प्रतिबद्धता एक स्थायी और आत्मनिर्भर भविष्य के लिए देश के विजन को दर्शाती है।
उन्होंने कहा, "प्राकृतिक संसाधनों से भरपूर नॉर्थ-ईस्ट में अपने संसाधनों को समावेशी और मजबूत विकास के इंजन में बदलने की क्षमता है।"
केंद्रीय मंत्री जोशी ने पोस्ट में लिखा, "आज गुवाहाटी में रिन्यूएबल एनर्जी पर रीजनल वर्कशॉप में भाषण दिया। मैंने नॉर्थ ईस्ट राज्यों की बेहतरीन रिन्यूएबल कैपेसिटी शेयर के लिए उनकी प्रगति की प्रशंसा की। साथ ही, फ्लैगशिप योजनाओं की प्रगति का रिव्यू किया। इसके अलावा, सोलर, स्मॉल हाइड्रो, ग्रीन हाइड्रोजन और बायोमास में इस क्षेत्र की अपार क्षमता का इस्तेमाल करने के लिए जरूरी कदमों पर चर्चा की।"
उन्होंने आगे कहा, "साथ मिलकर, हम एक स्वच्छ, हरे-भरे और एनर्जी-सिक्योर नॉर्थ ईस्ट की ओर बढ़ रहे हैं, जो सस्टेनेबिलिटी के जरिए समृद्धि के प्रधानमंत्री के विजन को साकार कर रहा है।"
इसके अलावा, उन्होंने गुवाहाटी में भारत की एकता और अखंडता के निर्माता सरदार वल्लभभाई पटेल को उनकी 150वीं जयंती पर श्रद्धांजलि दी और कहा कि उनका विजन कई जेनरेशन को एकता की भावना को मजबूत करने के लिए प्रेरित करता रहेगा।
इससे पहले करीब एक हफ्ते पहले एक इवेंट में शामिल होने के साथ केंद्रीय मंत्री जोशी ने नॉर्थ-ईस्ट को लेकर कहा था कि दशकों तक नजरअंदाज रहे उत्तर पूर्वी राज्यों ने पीएम मोदी के नेतृत्व में एक महत्वपूर्ण बदलाव देखा है।
उन्होंने एक्स हैंडल पर एक पोस्ट में कहा, "पीएम मोदी के उत्तर पूर्वी राज्यों में नियमित दौरे, समर्पित पहल और केंद्रित शासन के साथ पूर्वोत्तर क्षेत्र अभूतपूर्व विकास को बढ़ावा दे रहे हैं।"
--आईएएनएस
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