ESIC Payroll Data : ईएसआईसी स्कीम में जुलाई में 20.36 लाख नए कर्मचारी हुए शामिल, 25 वर्ष तक की आयु वर्ग की भागीदारी 48 प्रतिशत से अधिक

जुलाई में ईएसआईसी स्कीम से जुड़े 20 लाख से ज्यादा नए कर्मचारी
 ईएसआईसी स्कीम में जुलाई में 20.36 लाख नए  कर्मचारी हुए शामिल, 25 वर्ष तक की आयु वर्ग की भागीदारी 48 प्रतिशत से अधिक

नई दिल्ली: श्रम और रोजगार मंत्रालय द्वारा शुक्रवार को जारी एक बयान में कहा गया है कि जुलाई में कर्मचारी राज्य बीमा निगम (ईएसआईसी) के पेरोल डेटा से जानकारी मिलती है कि इस वर्ष जुलाई में 20,36,008 नए कर्मचारी शामिल हुए, जो कि जून में 19,37,314 नए कर्मचारियों की तुलना में लगभग 5 प्रतिशत की वृद्धि को दर्शाता है।

श्रम और रोजगार मंत्रालय के बयान के अनुसार, जुलाई, 2025 तक 31,146 नए प्रतिष्ठानों को ईएसआई स्कीम के सामाजिक सुरक्षा दायरे में लाया गया है, जिससे अधिक श्रमिकों को सामाजिक सुरक्षा सुनिश्चित होगी।

मंत्रालय ने जानकारी दी कि नए जोड़े गए कर्मचारियों में 25 वर्ष तक की आयु वर्ग की भागीदारी 48 प्रतिशत से अधिक थी।

बयान के अनुसार, "आंकड़ों से जानकारी मिलती है कि इस महीने के दौरान जोड़े गए 20.36 लाख कर्मचारियों में से 9.85 लाख कर्मचारी 25 वर्ष तक की आयु वर्ग के थे, जो कि कुल पंजीकरण का लगभग 48.37 प्रतिशत हिस्सा है।"

पेरोल डेटा के जेंडर-वाइस विश्लेषण से पता चलता है कि जुलाई में शामिल कुल 20,36,008 कर्मचारियों में से महिला सदस्यों का नेट एनरोलमेंट 4.33 लाख था।

इसके अलावा, जुलाई में ईएसआईसी स्कीम के तहत कुल 88 ट्रांसजेंडर कर्मचारियों का भी पंजीकरण किया गया, जो समाज के हर वर्ग को लाभ पहुंचाने के ईएसआईसी के संकल्प को दर्शाता है।

भारत में ईएसआईसी स्कीम एक सामाजिक सुरक्षा प्रणाली है, जो बीमारी, मातृत्व, विकलांगता और काम में चोट लगने से मृत्यु होने पर कर्मचारियों को वित्तीय और चिकित्सा लाभ प्रदान करती है।

यह बीमाकृत व्यक्तियों और उनके परिवारों को चिकित्सा देखभाल भी प्रदान करती है। यह स्कीम निर्दिष्ट संख्या में कर्मचारियों वाले कारखानों और कुछ अन्य प्रतिष्ठानों, जैसे कि दुकानें, होटल और शैक्षणिक संस्थानों पर लागू होती है।

हालांकि, पेरोल डेटा अस्थायी है क्योंकि डेटा संग्रह एक लगातार चलने वाली प्रक्रिया है।

डेटा से पता चला कि जून में शामिल कुल 19.37 लाख कर्मचारियों में से 9.58 लाख कर्मचारी 25 वर्ष तक की युवा आयु वर्ग के थे, जो कुल पंजीकरणों का लगभग 49.5 प्रतिशत है।

 

 

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