भारत और यूरोपीय संघ आज ब्रुसेल्स में मुक्त व्यापार समझौते पर नए दौर की वार्ता शुरू करेंगे

नई दिल्ली, 6 अक्टूबर (आईएएनएस)। भारत और यूरोपीय संघ (ईयू) सोमवार को ब्रुसेल्स में प्रस्तावित मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) पर 14वें दौर की वार्ता शुरू करेंगे। यह जानकारी वरिष्ठ अधिकारियों की ओर से दी गई।

वरिष्ठ अधिकारियों के बीच बातचीत का यह नया दौर पांच दिनों तक चलेगा। इसके बाद वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल और उनके यूरोपीय संघ के समकक्ष मारोस सेफ्कोविक के बीच दक्षिण अफ्रीका में जी20 ट्रेड कमिश्नर्स के शिखर सम्मेलन के साइडलाइन एक और बैठक होगी।

प्रस्तावित भारत-यूरोपीय संघ मुक्त व्यापार समझौते में 23 नीतिगत क्षेत्र या अध्याय शामिल हैं, जिनमें से कम से कम दो - 'बाजार पहुंच और उत्पत्ति के नियम' अभी तक हल नहीं हुए हैं।

यूरोपीय संघ के राजदूत हर्वे डेल्फिन ने शनिवार को अमेरिका की ओर परोक्ष रूप से इशारा करते हुए कहा कि भारत और यूरोपीय संघ को ऐसे समय में द्विपक्षीय व्यापार और निवेश बढ़ाने के लिए एफटीए का उपयोग करना चाहिए जब "कुछ देश" टैरिफ बढ़ा रहे हैं या अपने बाजार बंद कर रहे हैं।

उन्होंने आगे कहा, "मुक्त व्यापार समझौता (एफटीए) यूरोपीय संघ और भारतीय व्यवसायों के लिए नए अवसर खोल सकता है और हमारे द्विपक्षीय व्यापार एवं निवेश को उल्लेखनीय रूप से बढ़ाने के लिए परिस्थितियां तैयार कर सकता है। जहां कुछ देश टैरिफ बढ़ा रहे हैं या अपने बाजार बंद कर रहे हैं, वहीं हमें व्यापार में विविधता लाने, अनिश्चितताओं से बचाव करने और अपनी आपूर्ति श्रृंखलाओं को मजबूत करने के लिए एफटीए का उपयोग करना चाहिए।"

उन्होंने आगे कहा कि यूरोपीय संघ की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन और प्रधानमंत्री मोदी ने इस साल के अंत तक एफटीए को पूरा करने का लक्ष्य रखा है। वार्ता दल इसे पूरा करने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं, लेकिन यह कहना उचित होगा कि वार्ता चुनौतीपूर्ण है और महत्वपूर्ण मुद्दों का समाधान होना बाकी है।

डेल्फिन ने कहा, "यूरोपीय संघ एक सार्थक पैकेज पर सहमति बनाने के लिए तैयार है। हम अगले दौर और पारस्परिक रूप से लाभकारी समझौते की दिशा में आगे की वार्ताओं की प्रतीक्षा कर रहे हैं।"

डेल्फिन ने आगे बताया कि यूरोपीय संघ भारत का शीर्ष व्यापारिक साझेदार है, जिसका वस्तुओं का द्विपक्षीय व्यापार 120 अरब यूरो का है, जो अमेरिका और चीन से आगे है।

उन्होंने आगे कहा, "सेवाओं को मिलाकर, हमारा द्विपक्षीय व्यापार 180 अरब यूरो तक पहुंच गया है। यह एक प्रभावशाली आंकड़ा है, लेकिन यह देखते हुए कि यूरोपीय संघ और भारत दुनिया की दूसरी और चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाएं हैं, इसमें वृद्धि की अपार संभावनाएं हैं। इस अप्रयुक्त क्षमता का दोहन करने के लिए यूरोपीय संघ और भारत मुक्त व्यापार समझौते पर बातचीत कर रहे हैं।"

वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने हाल ही में कहा, "हम एक संतुलित और पारस्परिक रूप से लाभकारी मुक्त व्यापार समझौते को प्राप्त करने, व्यवसायों के लिए नए रास्ते खोलने और भारत और यूरोपीय संघ के साझा विकास के अवसरों को अधिकतम करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।"

--आईएएनएस

एबीएस/

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