नई दिल्ली, 7 अक्टूबर (आईएएनएस)। फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन (फाडा) के मंगलवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, भारत के ऑटोमोबाइल उद्योग ने 22 सितंबर से 30 सितंबर तक नवरात्रि की अवधि के दौरान अपनी अब तक की सबसे अधिक बिक्री वृद्धि दर्ज की, जिसमें सालाना आधार पर 34 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है।
जीएसटी सुधारों के कारण यात्री वाहनों की बिक्री में 34.8 प्रतिशत और दोपहिया वाहनों की बिक्री में 36 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है।
सितंबर में कुल बिक्री वृद्धि 5.22 प्रतिशत बढ़कर 18,27,337 यूनिट रही, जबकि पिछले वर्ष सितंबर में बिक्री 17,36,760 यूनिट रही। 21 सितंबर तक बिक्री में धीमी गति दर्ज की गई, जिसके बाद की अवधि में बिक्री में उछाल दर्ज किया गया।
रिपोर्ट में कहा गया है कि सितंबर के अंतिम दिनों में बनी यह गति दीपावली तक जारी रहेगी, जो 42 दिनों के त्योहारी सीजन के एक आशाजनक अंत का प्रतीक है।
रिपोर्ट में बताया गया है कि ऑटो डीलरशिप पर दोपहिया, यात्री वाहनों और वाणिज्यिक वाहनों के फ्लीट में इंक्वायरी और बुकिंग में भारी वृद्धि देखी जा रही है।
रिपोर्ट के अनुसार, अगर लॉजिस्टिक्स और ट्रांसपोर्टेशन सिस्टम सुचारू रूप से काम करते हैं तो यह भारत का अब तक का सबसे अच्छा त्योहारी खुदरा सीजन हो सकता है, क्योंकि सप्लाई चेन देश की त्योहारी मांग के अनुरूप हैं।
सितंबर में दोपहिया कैटेगरी की बिक्री 6.1 प्रतिशत बढ़कर 12,87,735 यूनिट हो गई, जबकि पिछले वर्ष इसी महीने यह 12,08,996 यूनिट थी। निजी वाहनों की बिक्री 5.81 प्रतिशत बढ़कर 2,99,369 यूनिट हो गई, जबकि सितंबर 2024 में यह आंकड़ा 2,82,945 यूनिट था।
फाडा ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि जीएसटी रेट में कटौती और फेस्टिव डिमांड की वजह से इंक्वायरी और बुकिंग में वृद्धि दर्ज की गई। हालांकि, लिमिटेड बिलिंग डेज की वजह से वृद्धि की पूरी संभावना को सीमित कर दिया।
सभी क्षेत्रों में,यही स्थिति देखी गई, जहां 21 सितंबर तक खुदरा बिक्री सुस्त रही और उसके बाद जीएसटी 2.0 सुधार लागू होने के बाद इसमें उछाल दर्ज किया गया।
फाडा के उपाध्यक्ष साई गिरिधर ने कहा, "नवरात्रि 2025 भारत की ऑटोमोबाइल खुदरा यात्रा के सबसे यादगार अध्यायों में से एक के रूप में याद की जाएगी। पीएम मोदी द्वारा घोषित दूरदर्शी जीएसटी 2.0 सुधार द्वारा शुरू किया गया यह एक सच्चा 'बचत उत्सव' रहा।"
रिपोर्ट में कहा गया है कि क्योंकि डीलरों ने इस अवधि का उपयोग इन्वेंट्री को फिर से भरने के लिए किया, इसलिए पीवी सेगमेंट का स्टॉक स्तर लगभग 60 दिनों तक बढ़ गया।
इस बीच, सितंबर के दौरान, तिपहिया और कमर्शियल इक्विप्मेंट व्हीकल की बिक्री में क्रमशः 7.20 प्रतिशत और 19 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई।
--आईएएनएस
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