नई दिल्ली: बैंकों की शीर्ष नियामक संस्था भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की मॉनीटरी पॉलिसी कमेटी (एमपीसी) की तल रही बैठक में अहम फैसले पर चर्चा हो रही है। इसमें लिए गए फैसलों के बारे में शुक्रवार को जानकारी दी जाएगी। माना जा रहा है कि महंगाई को कम करने के लिए केंद्रीय बैंक एक बार फिर रेपो रेट में बढ़ोतरी कर सकता है। रेपो रेट वह दर है जिस पर आरबीआई बैंकों को लोन देता है। दुनियाभर के सेंट्रल बैंक्स ने महंगाई को काबू करने के लिए ब्याज दरों में इजाफा किया है। आरबीआई ने मई में रेपो रेट में 140 बेसिस पॉइंट्स का इजाफा कर चुका है और यह 5.40 फीसदी पहुंच चुका है। माना जा रहा है कि आरबीआई एक बार फिर रेपो रेट में 50 बेसिस पॉइंट्स का इजाफा कर सकता है। अगर रेपो रेट में फिर बढ़ोतरी होती है, इसका आपकी जेब पर सीधा असर होता है।
अमेरिकी फेड रिजर्व ने ब्याज दरों में लगातार तीसरी बार 75 बेसिस पॉइंट्स की बढ़ोतरी की है। इससे रुपये पर दबाव बढ़ गया है। साथ ही खुदरा महंगाई भी अगस्त में फिर बढ़ गई है। ऐसी स्थिति में अर्थशास्त्रियों का मानना है कि आरबीआई शुक्रवार को रेपो रेट में बढ़ोतरी की घोषणा कर सकता है। अगर इसमें 50 बेसिस पॉइंट्स की बढ़ोतरी होती है तो रेपो दर 5.90 फीसदी पहुंच जाएगी जो तीन साल में सबसे ज्यादा होगी। इससे बैंक भी ब्याज दरों में बढ़ोतरी करेंगे और आपकी लोन की किस्त बढ़ जाएगी।
रेपो रेट्स में बढ़ोतरी से कॉस्ट ऑफ बोरोइंग यानी उधारी की लागत बढ़ जाएगा। ऐसा इसलिए है क्योंकि रेपो रेट बढ़ने से बैंकों की बोरोइंग कॉस्ट बढ़ जाएगी। बैंक इसे ग्राहकों पर डालेंगे। इससे लोन लेना महंगा हो जाएगा। इससे मकानों की बिक्री भी प्रभावित होगी। कच्चे माल की कीमत में बढ़ोतरी से बिल्डर पहले ही रियल एस्टेट की कीमत बढ़ा चुके हैं। इससे रियल एस्टेट मार्केट की रिकवरी प्रभावित होगी जो पहले ही धीमी गति से पटरी पर लौट रही है।
अगर किसी व्यक्ति ने अप्रैल 2022 में एक करोड़ रुपये का होम लोन 6.9 फीसदी ब्याज पर 20 साल के लिए ले रखा है तो उसकी किस्त 76,931 रुपये होगी। लेकिन रेपो रेट में 50 बेसिस अंक की बढ़ोतरी के बाद यह 87,734 रुपये चली जाएगी। होम लोन के अलावा वीकल लोन, एजुकेशन लोन, पर्सनल लोन और बिजनस लोन भी महंगा हो जाएगा। बोरोइंग कॉस्ट बढ़ने से आम लोग अनावश्यक खर्च से बचते हैं जिससे मांग घटती है। हालांकि रेपो रेट में बढ़ोतरी का उन ग्राहकों को फायदा होगा जिन्होंने एफडी करा रखी है।