हैदराबाद गैंगरेप केस में तीसरी गिरफ्तारी, वक्फ बोर्ड के वरिष्ठ अधिकारी का बेटा भी पकड़ा

Hyderabad Gang-Rape

 हैदराबाद: हैदराबाद के जुबली हिल्स इलाके में पिछले हफ्ते चलती कार में नाबालिग से रेप के मामले में तेलंगाना पुलिस ने तीसरे आरोपी को गिरफ्तार किया है। पुलिस मामले में अब तक साधुद्दीन मलिक (18) और दो नाबालिगों को अरेस्ट कर चुकी है। खबर के मुताबिक, इनमें से एक वक्फ बोर्ड के सीनियर अफसर का बेटा है। इस बीच, राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने रेप के मामले में देरी से एफआईआर दर्ज करने पर पुलिस से स्पष्टीकरण मांगा है। हैदराबाद के पब में नाबालिगों को एंट्री देने पर पब मैनेजमेंट के खिलाफ केस दर्ज करने को कहा है। उधर, तेलंगाना के गृहमंत्री मोहम्मद महमूद अली ने कहा है कि इस केस में किसी के साथ भी कोई नरमी नहीं दिखाई जाएगी। तेलंगाना बीजेपी ने केस की सीबीआई जांच की मांग की है। 

तेलंगाना के गृह मंत्री अली ने कहा कि इस मामले में शिकायत के आधार पर कार्रवाई हो रही है। कोई नरमी नहीं बरती जा रही है। उन्होंने कहा कि तेलंगाना पुलिस बिना दबाव के काम करती है और दोषियों को नहीं बख्शती। गिरफ्तारी में कुछ समय लगा क्योंकि इसमें नाबालिग शामिल हैं। उधर, तेलंगाना में जन सेना पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने जुबली हिल्स थाने पर प्रदर्शन कर पीड़िता के इंसाफ की मांग की। वहीं तेलंगाना बीजेपी के अध्यक्ष बंदी संजय ने सीएम के. चंद्रशेखर राव से केस को सीबीआई के हवाले करने की मांग की।

बता दें कि 28 मई को हैदराबाद के जुबली हिल्स थाने में नाबालिग के साथ गैंगरेप का मामला दर्ज हुआ था। आरोप है कि पांच युवकों ने चलती मर्सिडीज कार में लड़की के साथ गैंगरेप किया। लड़की के पिता ने एफआईआर में बताया कि पब के बाहर कुछ लड़कों ने उनकी बेटी को घर छोड़ने की बात कहकर कार में बैठाया था और फिर उसके साथ रेप किया। पब के बाहर लड़की और लड़कों का एक सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है। इसमें दिख रहा है कि पब के बाहर लड़के, लड़की को कुछ कहते नजर आ रहे हैं। इसके बाद वे लड़की को मर्सिडीज कार में ले जाते दिख रहे हैं। बाद में लड़की उतरकर एक इनोवा कार में बैठती दिखाई देती है, जिसमें विधायक का बेटा भी था। इसके बाद में लड़की बेकरी के पास कार से उतरती नजर आती है। 

विपक्षी बीजेपी का आरोप है कि इस वारदात में तेलंगाना के गृह मंत्री का पोते और एमआईएम के विधायक का बेटा भी शामिल है। पुलिस ने इस आरोप को 100 फीसदी आधारहीन करार दिया है। पुलिस का दावा है कि न तो पीड़िता के बयान में और न ही अब तक मिले सबूतों में विधायक के बेटे की कोई भूमिका सामने आई है। हालांकि जांच अभी जारी है। 

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