नई दिल्ली: पाकिस्तान चीन से लगातार कर्ज ले रहा है। 22 जून को भी पाकिस्तान ने चीन से 2.3 मिलियन डॉलर का ऋण लिया है। रिपोर्ट्स बताती हैं कि चीन से बढ़ते कर्ज का भुगतान करने के लिए पाकिस्तान, पाक अधिकृत कश्मीर के गिलगित-बाल्टिस्तान क्षेत्र को चीन को पट्टे पर दे सकता है। अल अरबिया पोस्ट के बात करते हुए काराकोरम नेशनल मूवमेंट के अध्यक्ष मुमताज नगरी ने आशंका जताई है कि पहले से अलग-थलग और उपेक्षित गिलगित-बाल्टिस्तान ग्लोबल पॉवर्स से लिए भविष्य में युद्ध का मैदान बन सकता है। उन्होंने आशंका जताई है कि पाकिस्तान गिलगित-बाल्टिस्तान क्षेत्र को चीन को सौंप सकता है। रिपोर्ट बताती है कि पूरी तरह से पाकिस्तान सरकार और सैन्य नियंत्रण के बावजूद भी पाकिस्तान के लिए इस तरह का कदम उठाना आसान नहीं होगा। गिलगित-बाल्टिस्तान क्षेत्र पर पाकिस्तान का अवैध कब्जा है। एक्सपर्ट्स का मानना है कि अगर पाकिस्तान गिलगित-बाल्टिस्तान क्षेत्र को चीन को सौंपता है तो यह ड्रैगन के लिए वरदान साबित होगा। रिपोर्ट्स बताती हैं कि इस कदम से इस्लामाबाद को एक मोटी रकम मिल सकती है जिससे मौजूदा आर्थिक संकट से निपटा जा सकता है