रोशनाबाद (दैनिक हाक): ग्राम ब्रह्मपुरी( रावली महदूद) में संत शिरोमणि रविदास जी के 644 वें जन्म उत्सव पर पूरी विधि विधान के साथ संत शिरोमणि रविदास मंदिर से गुरु रविदास महाराज जी की शोभायात्रा बड़ी धूमधाम से सभी गांव के लोगों द्वारा निकाली गई। इस मौके पर डॉ. बी आर अंबेडकर युग कमेटी के अध्यक्ष दीपक पेगवाल ने कहा कि संत श्री रविदास जी महाराज ने बचपन से ही साधु संतो की संगति में पर्याप्त व्यावहारिक ज्ञान प्राप्त किया। और अपना काम पूरी लगन तथा परिश्रम से करते थे और समय से काम को पूरा करने पर विशेष ध्यान देते थे। संत श्री रामानन्द जी महाराज के शिष्य बनकर उन्होंने आध्यात्मिक ज्ञान अर्जित किया। वहीं गुरु रविदास समिति के अध्यक्ष मास्टर नेपाल ने भी अपने विचार रखे और कहा कि संत श्री रविदास जी महाराज ने स्वामी श्री रामानन्द जी महाराज को श्री कबीर साहब जी के कहने पर अपना गुरु बनाया था, जबकि उनके वास्तविक आध्यात्मिक गुरु श्री कबीर साहब जी ही थे। उनकी समयानुपालन की प्रवृत्ती तथा मधुर व्यवहार के कारण उनके सम्पर्क में आने वाले लोग उनसे बहुत प्रसन्न रहते थे। प्रारम्भ से ही संत श्री रविदास जी महाराज बहुत परोपकारी तथा दयालू थे और दूसरों की सहायता करना उनका स्वभाव बन गया था। साधु-संतों की सहायता करने में उनको विशेष आनंद मिलता था।
इस अवसर पर दीवान चंद ,बिजेंदर कटारिया, संजय, मुनेश,राजू मेम्बर, रामपाल, बिरमदास, निर्मल सिंह, महेंद्र बाबू उपस्थित रहे।