रांची: झारखंड में 19साल पुराना भाजपा और आजसू पार्टी गठबंधन टूट गया है। 81 सदस्यीय झारखंड विधानसभा चुनाव में भाजपा ने अकेले 80 सीटों पर चुनाव लड़ने का ऐलान किया है। गठबंधन और सीटों के बंटवारे पर बातचीत के क्रम में भाजपा हुसैनाबाद विधानसभा सीट के लिए पार्टी प्रत्याशी को सिंबल नहीं दे सकी।
भाजपा की ओर से 53 सीटों पर उम्मीदवारों का ऐलान किया जा चुका है और शेष 27 सीटों पर भी पार्टी उम्मीदवारों के नाम की घोषणा जल्द कर दिये जाने की संभावना है, वहीं हुसैनाबाद विधानसभा सीट पर पार्टी कार्यकर्त्ता रहे एक निर्दलीय उम्मीदवार को समर्थन दिया जाएगा।
बताया गया है कि गठबंधन पर सहमति नहीं बनने के कारण भाजपा ने गुरुवार को फैसला लिया कि झारखंड में अकेले चुनावी मैदान में उतरेंगे।
भाजपा ने राज्य की कुल 81 विधानसभा सीटों में से 53 प्रत्याशियों की सूची जारी कर चुकी है। जबकि आजसू पार्टी ने भी 12 प्रत्याशियों की घोषणा कर दी है.
आजसू से अलग होने वाली भारतीय जनता पार्टी झारखंड में अकेले नजर आ रही है. यही कारण है कि इस चुनाव में सत्ताधारी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन पूरी तरह बिखरा नजर आ रहा है। बिहार में भाजपा के साथ मिलकर सरकार चला रहा जनता दल (यू) जहां अकेले चुनावी मैदान में उतर गया है, वहीं राजग की घटक लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) भी सीट बंटवारे से नाराज होकर 50 सीटों पर अकेले चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी है।
जद (यू) ने चुनाव की घोषणा से पहले ही झारखंड में अकेले चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी थी। जद (यू) के वरिष्ठ नेता प्रवीण सिंह ने कहा कि कि जद (यू) यहां मजबूती के साथ चुनावी मैदान में उतरी है। उनका कहना है कि जद (यू) झारखंड बनने के बाद भी कई सीटों पर विजयी हो चुकी है।